जुगनू शारदेय कल्पना पर हिंदी लेखक

Jugnu Shardeyजुगनू शारदेय (दिसंबर 1949 - मार्च २०२२) हिंदी के जाने-माने पत्रकार थे. 'जन', 'दिनमान' और 'धर्मयुग' से शुरू कर वे कई पत्र-पत्रिकाओं के संपादन/प्रकाशन से जुड़े रहे. पत्रकारिता संस्थानों और इलेक्ट्रोनिक मीडिया में शिक्षण/प्रशिक्षण का भी काम किया. उनके घुमक्कड़ स्वभाव ने उन्हें जंगलों में भी भटकने के लिए प्रेरित किया. जंगलों के प्रति यह लगाव वहाँ के जीवों के प्रति लगाव में बदला. सफेद बाघ पर उनकी चर्चित किताब "मोहन प्यारे का सफ़ेद दस्तावेज़" (रेनबो पब्लिशर्स, 2004) हिंदी में वन्य जीवन पर लिखी अनूठी किताब है. इस किताब को पर्यावरण मंत्रालय ने भी 2007 में प्रतिष्ठित "मेदिनी पुरस्कार" से नवाजा.

जुगनू शारदेय की कुछ रचनाँए प्रस्तुत हैं (सभी रचनाएँ पीडीएफ में हैं जिन्हें पढ़ने के लिए आप को एक्रोबेट प्रोग्राम की आवश्यकता होगी).

उपन्यास

"मोहन प्यारे.." के कुछ अंश

जुगनू जी की कुछ कविताएँ

बेगम अख्तर का स्वर (जुलाई, 2006)

जुगनू जी की कुछ कहानियाँ

राग भैरवी (जुलाई, 2006)

देवदास स्मृति (जुलाई, 2006)

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